19 April, 2020

दिग्विजयनाथ पी जी कॉलेज, गोरखपुर ने निःशुल्क वितरण के लिए तैयार किया हर्बल सैनीटाइजर

         मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी ने कोरोना को हराने के लिए प्रदेश में जो निर्णय लिए हैं निश्चय ही उत्तर प्रदेश कोरोना पर विजय प्राप्त करने में पूर्ण सफल होगा। उनके इस कार्य में सहायक बनने का काम गोरक्षपीठ से जुडी सभी संस्थाएं कर रही हैं। गोरक्षपीठ की सबसे पुरानी संस्था दिग्विजयनाथ पी जी कॉलेज सिविल लाइन्स गोरखपुर ने स्थानीय स्तर पर इस बीमारी से लड़ने एवं ‘‘कोरोना से जंग लॉकडाउन के संग’’ के मुहीम को सफल बनाने के लिए अपनी कमर कस ली है। लॉकडाउन के प्रथम चरण में कॉलेज के शिक्षकों तथा कर्मचारियों द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में सहयोग दे कर अपनी सहभागिता दर्ज की, महाविद्यालीय के छात्र/छात्राओं हेतु आनलाइन क्लास की सुविधा उपलब्ध कराना, फ्री ऑनलाइन डिलीवरी की सुविधा प्रदान करना एवं जरूरतमंदो को खाद्य सामग्री का वितरण का कार्य किया गया। अब द्वितीय चरण में महाविद्यायय ने हर्बल सैनिटाइजर बनाने का निर्णय किया। कॉलेज के प्राचार्य डॉ शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि महाविद्यालय के शिक्षक डॉ पवन कुमार पाण्डेय एवं महाविद्याय के ही पुरातन छात्र डॉ संजय कुमार सिंह, निदेशक, निरोग प्राकृतिक चिकित्सालय गोरखपुर ने हमसे संपर्क किया की हम लोग हर्बल सैनिटाइजर बनाना चाहतें हैं जिसका निःशुल्क वितरण महाविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गांव जंगल रामपुर उर्फ रजहीं एवं गोरखपुर के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में किया जायेगा।  
   प्राचार्य ने बताया कि मैंने इसे बनाने के मानकों पर अन्य विशेषज्ञों से चर्चा करने की बात कही। इसके उपरांत  इन लोगों ने हर्बल सैनिटाइजर को बनाने के मानकों पर विशेष रूप से  डॉ शिव कुमार शर्मा (अ.प्रा. सी.एम.ओ, जयपुर आयुर्वेदिक चिकित्सालय एवं उपाध्यक्ष अखिल भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा परिषद्, नई दिल्ली), डॉ एन. पी सिंह (सचिव), अखिल भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा परिषद्, नई दिल्ली, डॉ सदानंद, राष्ट्रीय अध्यक्ष आई.एफ.वाई.पी., नई दिल्ली, डॉ. डी.पी. सिंह, आयुर्वेदाचार्य, महंत दिग्विजयनाथ आयुर्वेद चिकित्सालय, गोरखपुर से चर्चा की एवं सभी विशेषज्ञों ने सैनिटाइजर तैयार करने में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया और बताया कि यह आयुर्वेदिक औषधीय तत्व से निर्मित सैनिटाइजर, हर्बल होगा, जिसमें मुख्य रूप से एथेनॉल, एलोवेरा, नीम, तुलसी और गुलाबजल का इस्तेमाल किया जायेगा। उपर्युक्त संस्थाओं के साथ कॉलेज का समझौता ज्ञापन भी हस्ताक्षरित है।
  सब तय होने के बाद लॉकडाउन होने के कारण प्राचार्य के निर्देशन में हर्बल सैनिटाइजर बनाने का कार्य डॉ. पवन कुमार पाण्डेय सहायक आचार्य, कंप्यूटर विज्ञान विभाग के घर पर ही तय हुआ। इस कार्य में लैब सम्बंधित उपकरण श्री आकाश कुमार तिवारी, उपाध्यक्ष स्वयं सेवी संस्था नोबल आई.आई.टी, गोरखपुर ने उपलब्ध कराया। इसे बनाने की जिम्मेदारी डॉ. पवन कुमार पाण्डेय, डॉ. संजय कुमार सिंह तथा उनके सहयोगी श्री विश्वप्रकाश पाण्डेय ने ली एवं इस कार्य में कॉलेज के शिक्षक डॉ कमलेश कुमार मौर्य और कंप्यूटर लिपिक श्री बृजेश विश्वकर्मा ने विशेष सहयोग दिया, जिसके पश्चात विशेषज्ञों के निर्देशित मानकों के अनुसार हर्बल सैनिटाइजर तैयार किया गया। इस प्रकार सभी के सहयोग से 50-50 एमएल का 500 पैक सैनिटाइजर तैयार कर लिया गया गया है। पैकिंग की शीशी की समस्या का समाधान श्री अशोक चंद्रा पुरातन छात्र व प्रोग्राम मैनेजर, मदद सेवा संस्था, कूड़ाघाट गोरखपुर ने किया।
  महाविद्यालय आवश्यकता पड़ने पर शासन व स्थानीय प्रशासन की हर संभव मदद करने को सदैव तत्पर है, जिससे हम सभी कोरोना से बच सके व दूसरों को भी बचा सके।
  उक्त जानकारी दिग्विजयनाथ पी.जी. कालेज, गोरपुर के सूचना एवं जनसम्पर्क प्रभारी डाॅ. शैलेश कुमार सिंह ने दी है।
    

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